tag:blogger.com,1999:blog-2207759579280092873.post6359757637514002265..comments2023-06-04T08:43:04.358-07:00Comments on उत्तर प्रदेश डिप्टी कलक्टर (पी.सी.एस.) मंच : ‘‘पसंद नापसंदगी को तलाक के मुकदमों का आधार नहीं बनाया जा सकता’’अशोक कुमार शुक्लाhttp://www.blogger.com/profile/00322447925425282794noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2207759579280092873.post-11096220250289646762011-08-13T17:46:20.137-07:002011-08-13T17:46:20.137-07:00एक आँख खोलने वाली केस स्टडी !
*पुर्नस्थापना=पुनर...एक आँख खोलने वाली केस स्टडी !<br /><br /><br />*पुर्नस्थापना=पुनर्स्थापनाArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2207759579280092873.post-19307457289249724462011-08-09T02:38:16.152-07:002011-08-09T02:38:16.152-07:00‘पसंद नापसंदगी को तलाक के मुकदमों का आधार नहीं बना...‘पसंद नापसंदगी को तलाक के मुकदमों का आधार नहीं बनाया जा सकता’’ <br />..ये सच में बहुत अच्छी खबर है...बस अमल में बराबर आनी चाहिए तभी तो बात बनेगी..<br />जाने क्यों पति-पति बने दो अनजाने आपस में पहले कुछ दिन प्यार से रहते बाद में एक दुसरे के सहयोगी या पूरक बनने के बजाय आपस में इस कदर तमाशा बनना पसंद करते हैं!!!!<br />प्रस्तुति के लिए आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com