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राजकीय कर्मचारी कवि गोष्ठियों में भाग ले सकता है अथवा नहीं इससे संबंधित एक रोचक लेखमाला तीसरा खंभा ब्लाग पर प्रकशित हुयी थ्ी जिसे आप सभी पाठकजनों के लिये यहां साझा कर रहा हूं
इस विषय पर तीसरा खंबा में चार आलेख हाल ही में प्रकाशित किए गए थे। इन में यह चर्चा की गई थी कि सरकारी कर्मचारी क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते। ये चारों आलेख ...
(1) सरकारी/ अर्धसरकारी कर्मचारी क्या क्या नहीं कर सकते?;
(2) कर्मचारियों के आचरण नियम क्यों नहीं आम किए जाते? ..... भाग-2;
(3) सरकारी कर्मचारी किन किन गतिविधियों में भाग नहीं ले सकता ... भाग-3 तथा
(4) सरकारी कर्मचारी प्रकाशन, प्रसारण में कब और किस सीमा तक भाग ले सकते हैं?... भाग-4 आप को पढ़ लेने चाहिए। इस से आप को समझने में मदद मिलेगी कि आप एक सरकारी कर्मचारी होने पर क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।
आप के कविता लिखने पर और कवि गोष्ठियों में भाग लेने पर भी किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है। आप ब्लाग, समाचार पत्र और पत्रिकाओं में भी लिख सकते हैं यदि आप का लेख, रचना या अन्य सामग्री साहित्यिक, कलात्मक, या वैज्ञानिक प्रकार की हो, और उस में ऐसा कोई मामला न हो जिसे किसी कानून, नियम या उपनियम के अंतर्गत सरकारी कर्मचारी द्वारा प्रकट करना निषेध कर दिया गया हो। इस के लिए आप को राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए बनाए गए आचरण नियम भी अवश्य पढ़ लें।
तीसरा खंबा: क्या मैं सरकारी नौकरी में रहते हुए काव्य गोष्ठियों में भाग ले सकता हूँ?
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